इंडिया में
लोगों ने,
लगाए,
खूब नारे
आया हूँ,
लेकर मैं,
फिर कितने
घोटाले!
ज़रा देखो कौन आ गया है!
ज़माने पे जो छा गया है!
अमीर मुझको सारे सराहें
गरीब बैठके भरते हैं आहें!
ऐसा दिलदार आया है कौन!
अन्ना हजारे क्यूँ है मौन!
मौन मौन मौन!
मैं इकोनोमी की,
भाजी बनाके,
आम आदमी की लेता
बद्दुआ!
न मुझको गम है,
न मुझको शिकवा,
आम आदमी मेरा,
उखाड़ेगा क्या?
अच्छा बच्चा जो, चुनाव में खड़ा हो.
रहता नहीं दुनिया में....
बोहोत ही खतरनाक हूँ मैं!
हर एक पल में चालाक हूँ मैं!
बोलो सब चुप क्यूँ हो तुम?
क्यूँ हो मौन?
मौन!!
मुझको पहचान लो मैं हूँ... भ्रष्टाचार !
Find the original song in the movie- Don. Directed by Farhan Akhtar.
Thanks sir
ReplyDeleteIt is a poetry nice and relevant. Pls keep the going
ReplyDeleteThanks sir
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